महात्मा गांधी (1869–1948) – राष्ट्रपिता, सत्याग्रह और अहिंसा के मार्ग से भारत को स्वतंत्रता दिलाने वाले महान नेता।

महात्मा गांधी (1869–1948) – राष्ट्रपिता कहलाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानतम नेताओं में से एक थे। उन्होंने सत्याग्रह (सत्य के लिए आग्रह) और अहिंसा (हिंसा का पूर्ण त्याग) को राजनीतिक संघर्ष का सबसे प्रभावी हथियार बनाया। दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के विरुद्ध संघर्ष से लेकर भारत में चंपारण सत्याग्रह, खेड़ा आंदोलन, असहयोग आंदोलन, दांडी यात्रा और भारत छोड़ो आंदोलन जैसे आंदोलनों तक, गांधीजी ने करोड़ों भारतीयों को स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से जोड़ा। उनके नेतृत्व ने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी और अंततः भारत को 1947 में आज़ादी मिली।

👉 महात्मा गांधी की प्रमुख रचनाएँ
गांधीजी न केवल स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि एक गहन चिंतक, लेखक और पत्रकार भी थे। उन्होंने कई महत्वपूर्ण ग्रंथ और पुस्तकें लिखीं, जिनमें प्रमुख हैं:

  • हिंद स्वराज या इंडियन होम रूल (1909) – भारतीय सभ्यता, राजनीति और स्वराज की उनकी मूलभूत अवधारणा।

  • सत्य के प्रयोग (The Story of My Experiments with Truth) – उनकी आत्मकथा, जिसमें उनके जीवन, विचारों और प्रयोगों का वर्णन है।

  • सत्याग्रह इन साउथ अफ्रीका – दक्षिण अफ्रीका में उनके सत्याग्रह के अनुभव।

  • यंग इंडिया और हरिजन – साप्ताहिक पत्र, जिनके माध्यम से उन्होंने जनता को जागरूक किया।

गांधीजी के विचार सत्य, अहिंसा, स्वदेशी, नैतिकता और मानवता पर आधारित थे। उनकी जीवन-दृष्टि आज भी पूरी दुनिया को शांति और मानवाधिकारों के लिए प्रेरित करती है।

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